तलमेहड़ा, मनोज डोगरा :- सावन के आखिरी सोमवार को उप तहसील जोल के तहत तलमेहडा गांव में स्थित प्राचीन ध्यूंसर सदा शिव मंदिर गांव वही में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। आबादी से कोसों दूर घने जंगल में बसा शिव मंदिर अतीत से ही ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। मान्यता यह है कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग प्राकृतिक रूप से ही बना है।इस विशेष दिन पर भक्तों ने भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा में श्रद्धापूर्वक भाग लिया।
शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़।
बता दें कि सावन के पांचवें और अंतिम सोमवार को शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।भक्त सुबह की पहली किरण से ही शिव मंदिरों की ओर जलाभिषेक करने के लिए पहुंचने लगे।जिससे मंदिर प्रांगण में लंबी कतारें लग गई। भक्तों की भीड़ इतनी अधिक थी कि मंदिर के बाहर सुबह से ही जल चढ़ाने के लिए लोग लंबी-लंबी लाइनों में खड़े रहे। मंदिर परिसर में भक्तों की आस्था और श्रद्धा का अद्भुत दृश्य देख
ने को मिला। शिव भक्त पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव को जल अर्पित करने के बाद पूजा अर्चना की। सावन सोमवार हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दकई वर्षों से एक दुर्लभ संयोग।