Thursday, November 21, 2024
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दिव्यांशु सिंगल एसडीएम नालागढ़

बद्दी ,स्वस्तिक गौतम ;-बाइट दिव्यांशु सिंगल एसडीएम नालागढ़ चंडीगढ़ बद्दी रेलवे लाइन प्रोजेक्ट में करोड़ों रुपए की अवैध रूप से बेची गई मिट्टीएनजीटी की संयुक्त गठित कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार 41 लोगो के ख़िलाफ़ किया नोटिस जारी स्थानीय लोगो ने जिस व्यक्ति की एनजीटी में की थी शिकायत उसका नाम ही शामिल नहीं 41 लोगो में एनजीटी द्वारा गठित संयुक्त कमेटी की रिपोर्ट पर भी उठने लगे है सवालचंडीगढ़ बद्दी रेलवे लाइन का काम ज़ोरों पर चल रहा है चंडीगढ़ को बद्दी से जोड़ने वाले रेलवे लाइन पर भरान भरने के लिए रेलवे ने मिट्टी फेंकने का काम दिया हुआ है परंतु कुछ लोगो ने बद्दी के आस पास सरकारी व ग़ैर सरकारी ज़मीन पर से अवैध रूप से मिट्टी खनन करके रेलवे लाइन में फेंकनी शुरू कर दी और करोड़ों रुपए का मुनाफ़ा कमा लिया जिसकी शिकायत स्थानीय लोगो ने एनजीटी को कर दी जिसके बाद एनजीटी यानी राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की और से एक संयुक्त कमेटी का गठन किया गया
इसी कमेटी ने रिपोर्ट में 41 लोग नामज़द किए और एसडीएम नालागढ़ के द्वारा नोटिस जारी किए रिपोर्ट के अनुसार तक़रीबन 1 करोड़ से ज़्यादा का अवैध रूप से खनन करके रेलवे में मिट्टी फेंकी गई है

एसडीएम नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार 41 लोगो को अवैध रूप से सामग्री सप्लाई करने का दोषी पाया गया है और एनवायरमेंट कंपनसेशन के तक़रीबन 1.08 करोड़ रुपए के नोटिस जारी किए गये है

देखने वाली बात ये है की माइनिंग विभाग के होने के बावजूद करोड़ों रुपए की अवैध रूप से खनन करी गई मिट्टी रेलवे को कैसे बेची गई और इतनी मिट्टी को खनन करने के लिए काफ़ी समय लगा होगा और माइनिंग विभाग को कानो कान खबर नहीं हुई और दूसरी तरफ़ जिन लोगो के नाम शामिल है ज़्यादातर लोग सीपीएस की गृह पंचायत से सम्बंद रखते है और देखने वाली बात यह भी है जिस व्यक्ति की शिकायत स्थानीय लोगो ने एनजीटी को की थी उसका नाम 41 लोगो में शामिल नहीं है अब सवाल यह भी उठते है की अवैध खनन करने वाले का नाम संयुक्त गठित कमेटी ने क्यों नहीं शामिल किया गया इसपर भी प्रश्न चिन्ह उठता है

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