स्याल्दे,गोविन्द रावत:-
स्याल्दे के बबलिया गांव स्थलीय निरीक्षण किया, ग्रामीणों को किया जागरूक।तेंदुए के आतंक को वन विभाग अलर्टवन क्षेत्राधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण स्याल्दे – उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों तक तेंदुए का आतंक थमने का नहीं ले रहा है। वहीं अल्मोड़ा जिले के विकास खंड स्याल्दे के बबलिया क्षेत्र तेंदुए का आतंक बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दिनदहाड़े तेंदुए दिखाई दे रहा है। बीते दिनों में तेंदुए बबलिया गांव में कई मवेशियों को निवाला बना दिया है। इससे लोगों में दहशत है। स्कूली बच्चे विधालय जाने में कतराने लगे हैं। उन्होंने वन विभाग क्षेत्र में गश्त करने व पिजरा लगाने की मांग की। जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों का मवेशियों के लिए जंगल से लकड़ी व चारा लाना मुश्किल हो गया है।वहीं प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा दीपक सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी रानीखेत काकुल पुंडीर के निर्देश पर वन क्षेत्राधिकारी जौरासी उमेश पाण्डे ने वन विभाग की टीम के साथ स्याल्दे के बबलिया गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने
तेंदुए की गतिविधियों में वन विभाग की टीम से जानकारी ली । स्थानीय ग्रामीणों से घर के आसपास झाडी कटान,सफाई ब्यवस्था को दुरस्त करने, खेतों, जंगल में समूह में जाने , लाइट की समुचित व्यवस्था करने की अपील की गई। साथ ही उन्होंने बताया कि पिंजरे लगाने की अनुमति के लिए उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है । स्वीकृति मिलने के बाद ही पिंजरा लगाया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा उप वन क्षेत्राधिकारी जीत सिंह रावत के नेतृत्व एक टीम का गठन कर बबलिया गांव में लगातार गश्त कर रहे हैं और तेंदुए की गतिविधियों में निगरानी की जा रही है। इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी जौरासी उमेश पाण्डे, उप वन क्षेत्राधिकारी जीत सिंह रावत, बन बीट अघिकारी भवान सिंह रावत, बन वीट अघिकारी जगदीश चन्द्र देवराडी आदि वन कर्मी , स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।