हिमाचल में चिकित्सकों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहेगी। इस दौरान चिकित्सक ओपीडी में मरीजों का उपचार नहीं करेंगे। हालांकि आपातकालीन स्थिति में आने वाले मरीजों को मिल रही सुविधा जारी रहेगी। कोलकाता में प्रशिक्षु चिकित्सक के रेप और मर्डर के साथ ही प्रदेश भर में चिकित्सक खुद की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में गत कई दिन से चिकित्सक प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ ने ऑनलाइन बैठक कर चिकित्सकों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। इस दौरान चिकित्सक शिमला में सचिवालय तक विरोध रैली का भी आयोजन करेंगे। गौरतलब है कि कोलकाता की घटना के बाद चिकित्सक हिंसा और संपत्ति को नुकसान की रोकथाम संशोधन अधिनियम 2017 की अधिसूचना को जारी करने का आह्वान कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस अधिनियम के लागू होने के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होगी। इसके अलावा रात्रि ड्यूटी और महिला सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने का आह्वान किया है।
रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन के विशेष सचिव डा. मनीष गुप्ता ने बताया कि कोलकाता में प्रशिक्षु डाक्टर के रेप और मर्डर केस में चल रही छानबीन में पारदर्शिता लाने की जरूरत है। साथ ही सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को जल्द से जल्द लागू करने और कोलकाता कांड में आरोपी प्रबंधन वर्ग से जुड़े पदाधिकारियों का इस्तीफा लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को आपातकालीन सेवाओं को छोडक़र अन्य सभी सेवाएं प्रभावित होंगी। हिमाचल मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश राणा ने बताया कि वे रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन की हड़ताल का समर्थन करते हैं और जब तक मामले का समाधान नहीं हो जाएगा, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इससे पहले सोमवार को भी स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। इस विरोध प्रदर्शन में मेडिकल एंड डेंटल कालेज टीचर एसोसिएशन, आरडीए और मेडिकल आफिसर एसोएिशन शामिल होंगे।